तेनाली रामा और खूंखार घोड़ा

बहुत समय पहले की बात है। दक्षिण भारत में विजय नगर नाम का एक साम्राज्य हुआ करता था और उस साम्राज्य की बागडोर राजा कृष्णदेव राय के हाथ में थी। एक दिन उनके राज्य में एक अरबी व्यापारी घोड़े बेचने आया। उसने राजा के सामने अपने घोड़ों की इतनी तारीफ की कि महाराज कृष्णदेव उसके … Read more

तेनालीराम और सोने के आम

विजय नगर साम्राज्य के राजा कृष्ण देव की मां अधिक उम्र हो जाने के कारण अक्सर बीमारे रहने लगी थी। राजा ने उनके उपचार के लिए कई वैद्य बुलाए। उनका सफल उपचार कराने की लाख कोशिश की, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार आने की जगह उनकी मां की सेहत दिन-ब-दिन बिगड़ती चली गई। जब उनकी मां … Read more

तेनाली रामा और स्वर्ग की खोज

बहुत समय पहले की बात है। विजयनगर नाम का राज्य था। वहां के राजा थे कृष्णदेव राय। वह हमेशा अपनी प्रजा और राज्य के सुख व शांति के लिए काम करते रहते थे। उनके राज्य में तेनालीराम नाम का एक कवि भी था, जो बेहद ही चतुर और बुद्धिमान था। इसी कारण राजा बिना उसकी … Read more

तेनाली राम और रसगुल्ले की जड़

एक वक्त की बात है, एक बार राजा कृष्णदेव राय के राज्य में दूर देश ईरान से व्यापारी आता है। महाराज उस व्यापारी का स्वागत मेहमान की तरह शानदार तरीके से करते हैं। वह मेहमान के लिए तरह-तरह के पकवान और स्वादिष्ट भोजन बनवाने का आदेश देते हैं। साथ ही कई अन्य सुविधाओं का आयोजन … Read more

तेनालीराम की कहानी: तेनाली राम और जादूगर

एक बार की बात है राजा कृष्णदेव राय के महल में एक जादूगर आया और तरह-तरह के जादू दिखाकर सबका मनोरंजन करने लगा। दरबार में मौजूद हर व्यक्ति उसके जादू को देखकर खुश हो गया। उस जादूगर को अपने जादुई करतब पर बहुत घमंड था। उसने जादू दिखाने के बाद वहां बैठे लोगों को चुनौती … Read more

तेनालीराम की कहानी: तेनाली रामा और अंगूठी चोर

राजा कृष्ण देव राय बहुत ही कीमती आभूषण पहना करते थे, लेकिन उनके सभी आभूषणों में से सबसे प्रिय थी उनकी कीमती रत्न जड़ित अंगूठी। वो हर वक्त अपने अंगूठी को देखा करते थे। इतना ही नहीं वो दरबार में भी सभी को वो अंगूठी दिखाया करते थे, लेकिन एक दिन महाराज अपने दरबार में … Read more

तेनालीराम और लाल मोर की कहानी

विजयनगर राज्य के राजा थे कृष्णदेव राय, जिन्हें पशु-पक्षियों के साथ-साथ अद्भुत और अनोखी चीजों का भी बहुत शौक था। यही कारण था कि मंत्रियों से लेकर दरबारी, हमेशा अनोखी चीजों की खोज में लगे रहते थे। वे उन अनोखी चीजों को देकर न सिर्फ महाराज को खुश करना चाहते थे, बल्कि उनसे उपहार और … Read more

तेनालीराम की कहानी: रंग-बिरंगे नाखून

एक बार की बात है, राजा कृष्णदेव राय के दरबार में एक बहेलिया आया। बहेलिये को देख राजा काफी खुश हुए, क्योंकि राजा को पशु-पक्षी बहुत प्यारे थे और बहेलिया एक रंग-बिरंगा सुंदर पक्षी दरबार में लेकर आया था। दरबार में आकर बहेलिया बोला, ‘महाराज, मैं कल ही इस खूबसूरत और विचित्र पक्षी से जंगल … Read more

तेनालीराम और नीलकेतु की कहानी

एक बार राजा कृष्णदेव राय के दरबार में नीलकेतु नाम का एक व्यक्ति आया। नीलकेतु काफी दुबला-पतला व्यक्ति था। वो दरबार में पहुंचा और राजा कृष्णदेव राय को बताया कि वो नीलदेश से आया है और अभी वो विश्व देखने के लिए यात्रा पर निकला है। उसने राजा को यह भी बताया कि सभी जगह … Read more

तेनालीराम की कहानी: हीरों का सच

राजा कृष्णदेवराय के दरबार में तेनालीराम नाम के मंत्री थे, जो बड़े ही कुशल और समझदार थे। एक बार महाराज के सामने ऐसा मामला आया कि उनके लिए न्याय करना मुश्किल हो गया। ऐसे में तेनाली राम ने सूझबूझ से काम लिया और राजा की उलझन सुलझाई। हुआ यूं कि एक दिन नामदेव नाम का … Read more