तेनालीराम और लाल मोर की कहानी

विजयनगर राज्य के राजा थे कृष्णदेव राय, जिन्हें पशु-पक्षियों के साथ-साथ अद्भुत और अनोखी चीजों का भी बहुत शौक था। यही कारण था कि मंत्रियों से लेकर दरबारी, हमेशा अनोखी चीजों की खोज में लगे रहते थे। वे उन अनोखी चीजों को देकर न सिर्फ महाराज को खुश करना चाहते थे, बल्कि उनसे उपहार और … Read more

तेनालीराम की कहानी: रंग-बिरंगे नाखून

एक बार की बात है, राजा कृष्णदेव राय के दरबार में एक बहेलिया आया। बहेलिये को देख राजा काफी खुश हुए, क्योंकि राजा को पशु-पक्षी बहुत प्यारे थे और बहेलिया एक रंग-बिरंगा सुंदर पक्षी दरबार में लेकर आया था। दरबार में आकर बहेलिया बोला, ‘महाराज, मैं कल ही इस खूबसूरत और विचित्र पक्षी से जंगल … Read more

तेनालीराम और नीलकेतु की कहानी

एक बार राजा कृष्णदेव राय के दरबार में नीलकेतु नाम का एक व्यक्ति आया। नीलकेतु काफी दुबला-पतला व्यक्ति था। वो दरबार में पहुंचा और राजा कृष्णदेव राय को बताया कि वो नीलदेश से आया है और अभी वो विश्व देखने के लिए यात्रा पर निकला है। उसने राजा को यह भी बताया कि सभी जगह … Read more

Pradhan Mantri Innovative Learning Programme – AllHindiPro

देश में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा dhruv yojana यानी की Pradhan Mantri Innovative Learning Programme – DHRUV शुरू की गई तो ऐसे में इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देने का प्रयास करेंगे। क्योंकि ऐसी बहुत सी योजनाएं … Read more

तेनालीराम की कहानी: हीरों का सच

राजा कृष्णदेवराय के दरबार में तेनालीराम नाम के मंत्री थे, जो बड़े ही कुशल और समझदार थे। एक बार महाराज के सामने ऐसा मामला आया कि उनके लिए न्याय करना मुश्किल हो गया। ऐसे में तेनाली राम ने सूझबूझ से काम लिया और राजा की उलझन सुलझाई। हुआ यूं कि एक दिन नामदेव नाम का … Read more

तेनालीराम की कहानी: पड़ोसी राजा

तेनालीराम को राज कृष्णदेव राय के दरबार में विशेष सम्मान हासिल था। इसलिए, उनसे जलने वालों की राजमहल में कमी न थी। एक समय की बात है, विजयनगर राज्य के हालात अच्छे न थे। राज्य पर पड़ोसी देश के हमला करने का खतरा मंडरा रहा था। ऐसे समय में एक दरबारी ने सोचा कि महाराज … Read more

तेनालीराम की कहानी: बाबापुर की रामलीला

तेनालीराम हमेशा अपनी बुद्धिमता से सबका मन जीतने के लिए जाने जाते थे। आए दिन राज्य पर आई किसी न किसी समस्या को सुलझाने के लिए वे अपना दिमाग लगाया करते थे। इसी तरह जब एक बार दशहरा पर नाटक मंडली विजयनगर नहीं पहुंच पाई, तो तेनाली ने क्या किया, आइए जानते हैं। काशी की … Read more

तेनालीराम की कहानी: रिश्वत का खेल

विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के दरबार में कलाकारों का बड़ा सम्मान था। उनके दरबार में संगीतकारों, गीतकारों, कवियों और नर्तकों का तांता लगा रहता था। वो सभी दरबार में अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करते थे और इसके बदले उन्हें पुरस्कार दिया जाता था। महाराज किसी भी कलाकार को कोई भी पुरस्कार या धन राशि … Read more

तेनालीराम की कहानी: मौत की सजा

एक समय की बात है, बीजापुर नामक देश के सुल्तान इस्माइल आदिलशाह को यह डर सताने लगा था कि राजा कृष्णदेव उस पर हमला करके उसके देश को जीत सकते हैं। सुल्तान ने कई जगह से सुन रखा था कि राजा कृष्णदेव ने अपने साहस और वीरता से कई देशों को जीतकर अपने राज्य में … Read more

तेनालीराम और मटके की कहानी

एक बार की बात है, किसी कारण से महाराज कृष्णदेव राय तेनालीराम से नाराज हो गए थे। वे उनसे इतना नाराज हो गए थे कि उन्होंने कहा, “पंडित तेनालीरामा, अब आप हमें अपनी शक्ल नहीं दिखाएंगे और अगर आपने हमारे आदेश का पालन नहीं किया, तो हम आपको कोड़े मारने का आदेश देंगे।” महाराज की … Read more